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पिछले नियमित सत्र के अंत में अमेरिकी स्टॉक इंडेक्स मिले-जुले स्तर पर बंद हुए। S&P 500 में 0.06% की वृद्धि हुई, जबकि Nasdaq 100 में 0.10% की गिरावट दर्ज की गई। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.08% की बढ़ोतरी हुई।
एशियाई सूचकांक एक महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए, क्योंकि उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ के प्रभाव को कम करेंगे और संभवतः कुछ टैरिफ, जैसे कि ऑटोमोबाइल पर लगे शुल्क, को हटा सकते हैं — जिससे ट्रेड टेंशन में और कमी आने की आशा बढ़ गई है।
S&P 500 इंडेक्स पर फ्यूचर्स में बढ़त देखी गई जब व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने घोषणा की कि कारों पर आयात शुल्क को टाल दिया गया है। इस खबर से दक्षिण कोरियाई ऑटोमोबाइल कंपनियों में Hyundai Motor Co. ने सबसे अधिक लाभ दर्ज किया। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में 0.2% की मजबूती आई, जबकि सोने में 1.1% की गिरावट देखी गई।
पिछले सप्ताह शुरू हुई अमेरिकी इक्विटी मार्केट की पांच दिवसीय रैली पिछले वर्ष नवंबर के बाद की सबसे लंबी बढ़त रही। हालांकि, इस सप्ताह एक बड़ी परीक्षा है क्योंकि श्रम बाज़ार, महंगाई और आर्थिक वृद्धि से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़े सामने आने वाले हैं। इसके साथ ही कुछ बड़ी टेक कंपनियों की आय रिपोर्ट्स भी आने वाली हैं। फिलहाल माहौल शांत है, क्योंकि ट्रंप प्रशासन की ट्रेड पॉलिसी में नरमी के संकेत मिल रहे हैं।
हालांकि, अब भी सतर्कता बरतना जरूरी है — खासतौर पर पोर्टफोलियो पोजिशनिंग को लेकर। हर दिन टैरिफ नीति को लेकर विरोधाभासी खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में फिलहाल 'सावधानी बरतें और इंतजार करें' वाली रणनीति सबसे उपयुक्त है।
टैरिफ नीति अब भी बाज़ार की दिशा और रुख तय कर रही है, और लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। हाल ही में अमेरिकी ट्रेज़री सचिव स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि अमेरिका ने फिलहाल चीन को पीछे छोड़ते हुए 15–17 अन्य देशों के साथ व्यापार समझौतों की कोशिशें तेज कर दी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ संघर्ष को कम करने की पहल अब बीजिंग को करनी होगी। साथ ही, यूरोपीय संघ भी विभिन्न देशों के साथ व्यापार वार्ताओं में सक्रिय है, जिससे वह अपनी आर्थिक साझेदारियों में विविधता लाकर वैश्विक स्थिति को मजबूत करना चाहता है। मानक, नियम और बौद्धिक संपदा जैसे मुद्दे अब इन चर्चाओं के प्रमुख विषय बनते जा रहे हैं, जो भविष्य के अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संबंधों की दिशा तय करेंगे।
हाल ही में, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने यह घोषित किया कि अमेरिका को टैरिफ को लेकर अपने अनुचित कदम बंद करने चाहिए। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भी कहा कि यदि देश चुप्पी साधते हैं, समझौता करते हैं और पीछे हटते हैं, तो इसका परिणाम सिर्फ एक और गतिरोध ही होगा। चीनी अधिकारियों का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ बढ़ोतरी से वैश्विक हवाई परिवहन बाज़ार में बाधा उत्पन्न हुई है, जिससे चीनी एयरलाइनों और Boeing Co. को गंभीर नुकसान हुआ है। हालांकि, Goldman Sachs के अनुसार, चीनी खरीदार अब भी समझदारी से काम ले रहे हैं और अमेरिका-चीन व्यापार संघर्ष के बावजूद अमेरिकी वस्तुओं का बड़े पैमाने पर बहिष्कार नहीं किया गया है।
कमोडिटी बाज़ार में, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में कमजोरी के संकेतों के कारण आई गिरावट के बाद तेल की कीमतें स्थिर हुई हैं। वहीं, इस सप्ताह आने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों से पहले सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखी गई।
S&P 500 के लिए तकनीकी दृष्टिकोण
आज खरीदारों का मुख्य लक्ष्य निकटतम रेजिस्टेंस स्तर $5520 को तोड़ना है। यदि यह स्तर पार कर लिया जाता है, तो इससे आगे की वृद्धि को समर्थन मिलेगा और कीमत $5552 की ओर बढ़ने का रास्ता खुल जाएगा। इसी तरह, बुल्स के लिए $5586 स्तर पर नियंत्रण हासिल करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जिससे खरीदारों की स्थिति और मजबूत होगी।
अगर जोखिम उठाने की भावना में कमी के कारण नीचे की ओर मूवमेंट होती है, तो खरीदारों को $5483 के स्तर के पास मजबूती से डटे रहना होगा। यदि यह स्तर टूटता है, तो कीमत तेजी से गिरकर $5443 तक पहुंच सकती है और उसके बाद रास्ता $5399 की ओर खुल जाएगा।